जानें, योनि‍ के आसपास काले घेरे की वजह और दूर करने के उपाय

जानें, योनि‍ के आसपास काले घेरे की वजह और दूर करने के उपाय

अम्बुज यादव

पुरुषों की तुलना में महिलाएं शारीरिक रूप से कुछ कमजोर होती हैं। वहीं महिलाओं के कुछ अंग उनके अन्य अंगों से ज्यादा नाजुक होते हैं। उन्ही नाजुक अंगों में वजाइना यानी योनी भी शामिल है, जो महिलाओं के शरीर का सबसे कोमल और नाजुक हिस्सा होता है। योनी के आसपास का रंग शरीर के अन्‍य हिस्‍से के मुकाबले गाढ़ा होता है और कई बार इसके कारण महिलाएं हीनभावना से भर जाती हैं। हालांकि इस समस्‍या से बचाव का दावा करने वाले कई क्रीम और दवाएं बाजार में उपलब्‍ध हैं मगर देखा गया है कि इनसे कोई खास फायदा नहीं होता। वैसे वजाइना के पास का हिस्‍सा काला काले होने के पीछे कुछ आम कारण होते हैं। उनमें से एक है बाल हटाने वाली क्रीम। इसके अलावा तंग कपड़े पहनना, त्वचा संक्रमण, विटामिन की कमी, आनुवंशिकता, उम्र बढ़ने और मोटापा भी एक वजह है। वहीं वजाइना को प्राकृतिक रूप से सफेद करने के आसान घरेलू उपचार भी मौजूद हैं।  पहले हम वजाइनल एरिया के डार्कनिंग के अन्य कारणों को विस्तार से जान लेते हैं।

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वजाइनल एरिया में डार्कनिंग के 5 अहम कारण

  • पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि सिंड्रोम (पीसीओएस)

यह स्थिति, जिसमें छोटे अल्सर अंडाशय में विकसित होते हैं, शरीर के अंदर एक हार्मोनल उन्माद पैदा कर सकते हैं। इसके परिणाम अतिरिक्त एण्ड्रोजन (पुरुष होर्मोन), जो एस्ट्रोजन के स्तर को प्रभावित करता है और आपके वजाइनल एरिया को काला कर देता है। इससे बचने का एक उपाय यही है कि आप पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि सिंड्रोम के कारण और लक्षणों को जानें और उससे बचे रहने की कोशिश करें।

  • इंसुलिन प्रतिरोध

जब कुछ लोग का वजन ज्यादा बढ़ने लगता है, तो उन्हें इंसुलिन रेसिस्‍टेंट के एक रूप का अनुभव हो सकता है। जिसके परिणामस्वरूप ऐसी स्थिति हो सकती है जिसे एकैनथोसिस निग्रिकन्स कहा जाता है। इसमें, वल्वा के आसपास का क्षेत्र, विशेष रूप से आंतरिक जांघ में कालापन आ जाता है। इससे बचने का सबसे आसान उपाय ये है कि न ज्यादा मीठा खाएं, न ही ज्यादा नमक।

  • हार्मोनल परिवर्तन

महिलाओं के जीवन के विभिन्न चरणों में शरीर में विभिन्न हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। ये उतार-चढ़ाव वजाइना और उसके आसपास के क्षेत्र को भी प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अमेरिकी कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन और स्त्री रोग विशेषज्ञों के अनुसार जवानी के दौरान, शरीर में एस्ट्रोजन में अचानक वृद्धि वजाइना को काला कर सकती है। वास्तव में 30 से 40 के उम्र के अंत में, मेनोपॉज तक जाते जाते एस्ट्रोजन की कमी होने लगती है। इस वजह से लड़कियां जैसे-जैसे बड़ी हो रही होती हैं, वो अपने वजाइनल एरिया में डार्कनिंग महसूस कर सकती हैं।

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  • शारीरिक कारक

गंभीर हार्मोनल मुद्दों को एक तरफ, कई भौतिक कारक जैसे आपके टाइट कपड़े पहने के कारण हिस्सों में वेंटिलेशन की कमी हो सकती है। इसके कारण आपके नीचले हिस्से में पसीना हो सकता है। इसके अलावा सभी प्रकार के फंसे बैक्टीरिया बंद कपड़ों में और तेजी से बढ़ने लगते हैं और इससे भी आपकी जांघ काले रंग की हो सकती है। वहीं जांघों के बीच का घर्षण भी आपके अंतरंग क्षेत्र में गहरे रंग का योगदान दे सकता है। इसलिए कोशिश करें कि वजन कम रखें और ज्यादा टाइट कपड़े न पहनें।

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  • इंफेक्शन के कारण

कई बार, वल्वा के आसपास का क्षेत्र फंगल इंफेक्शन हो सकता है, जो वजाइना पर गहर रंग के पैच को छोड़ सकता है। वहीं त्वचा विशेषज्ञ की मानें को ज्यादातर फंगल इंफेक्शन इसे वाइटनिंग करने वाले प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने के कारण भी होता है। इसलिए कभी भी वजाइनल एरिया को साफ करने से पहले या शेविंग से पहले उस उत्पाद और उसके पीएच वैल्यू के बारे में अच्छे से जान लें। इससे बेहतर होगा कि आप घर में बनी हुई चीजों का इस्तेमाल।

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वजाइना के कालेपन को दूर करने का प्राकृतिक तरीके-

  • खीरा पीस कर वजाइनल एरिया में लगाएं।
  • दही से वजाइनल एरिया को धोएं।
  • एलोविरा जैल को हल्दी में मिला कर इस्तेमाल करें।
  • अंडे का करें इस्तेमाल।
  • कच्चा दूध लगाएं।

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